Pages

Monday, 6 June 2016

उम्मीद

"उम्मीदों"  से बंधा, एक जिद्दी परिंदा है इंसान...

जो घायल भी "उम्मीदों" से हे और, जिन्दा भी "उम्मीदों" पर  हैं..!"

No comments:

Post a Comment